राम कौन है...??
रामचन्द्र भगवान विष्णु के सातवें अवतार हैं, और इन्हें श्रीराम और श्रीरामचंद्र के नामों से भी जाना जाता है। रामायण में वर्णन के अनुसार अयोध्या के सूर्यवंशी राजा, चक्रवर्ती सम्राट दशरथ ने पुत्र की कामना से यज्ञ कराया जिसके फलस्वरूप उनके पुत्रों का जन्म हुआ। श्रीराम का जन्म देवी कौशल्या के गर्भ से अयोध्या में हुआ था। श्रीराम जी चारों भाइयों में सबसे बड़े थे। हर वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को श्रीराम जयंती या राम नवमी का पर्व के रूप में भी मनाया जाता है।
परन्तु दशरत पुत्र राम जिनको हम भगवान मान कर पूजते हैं वो खुद जन्म-मृत्यु में आते हैं जिनकी भक्ति करने से हमे पूर्ण मोक्ष व लाभ प्राप्त नही हो सकता। नारदमुनि ने विष्णु जी को श्राप दिया था कि जैसे ,” मैं एक स्त्री के वियोग में जल रहा हूं आपको भी पूरा एक जीवन स्त्री वियोग में बिताना पड़ेगा।” नारद जी के श्राप के कारण ही राम को पृथ्वी पर त्रेतायुग में आना पड़ा कर्म फल भोग कर अपना जीवन पूर्ण किया।
Is the Ram Setu real
असली राम (आदि राम) कौन है?
जब तक हमें आदिराम की जानकारी नहीं होगी, जो हमारे धर्म ग्रंथों में वर्णित है, हमें कोई लाभ नहीं मिल सकता, केवल पूर्व जन्मों के आधार पर ही हम सुख- दुख भोगते हैं। वेदों, शास्त्रों तथा धर्म ग्रंथों के अनुसार पूर्ण परमात्मा तो कोई और है तथा राम जी भगवान नहीं केवल विष्णु जी के अवतार थे, जिन्होंने कर्म आधार पर मनुष्य जन्म प्राप्त किया तथा बहुत कष्ट झेले। जब वह खुद अपने ऊपर आई आपत्तियों को नहीं रोक पाए तो उनको पूजने वालों के कष्टों को किस प्रकार दूर कर सकते हैं।
असली राम (आदि राम), अनश्वर, अविनाशी परमात्मा है जो सब का पालनहार पिता है। जिसके एक इशारे पर धरती और अंबर काम करते हैं जिसकी स्तुति में तैंतीस करोड़ देवी-देवता नतमस्तक रहते हैं। मौत जिसके चरणों की दासी है। जो मोक्षदायक है। जो माता-पिता से जन्म नहीं लेता। जो स्वयंभू है। वो कबीर परमेश्वर ही असली आदि राम है जो जन्म-मृत्यु से परे है
Who is real Ram in Ramayan?
आदिराम (पूर्ण परमात्मा) कौन है?
हमारे धर्म ग्रंथों से यह प्रमाणित है कि पूर्ण परमात्मा मां के गर्भ से जन्म नहीं लेता। परंतु राम भगवान का जन्म मां के गर्भ से हुआ और उनकी मृत्यु सरयू नदी में समाधि लेने के कारण हुई थी। जबकि पूर्ण परमात्मा ना तो मां के गर्भ से जन्म लेता है और न ही उसकी मृत्यु होती है।
राम राम सब जगत बखाने आदि राम कोई बिरला जाने ।
एक राम दशरथ का बेटा एक राम घट घट में बैठा।
एक राम का सकल पसारा एक राम इस जगत से न्यारा।।
सिर्फ राम राम कहने से कुछ नही होगा जब तक आपको असली " राम " की जानकारी नही है।
असली ( अविनाशी) राम को सह प्रमाण जाने....!!
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर प्रभु) ही है। उसके द्वारा रची अमृतवाणी कबीर वाणी (कविर्गिरः अर्थात् कविर्वाणी) कही जाती है, जो भक्तों के लिए स्वर्ग तुल्य सुखदाई होती है। वही परमात्मा तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक की स्थापना करके एक गुबंद अर्थात् गुम्बज में सिंहासन पर तेजोमय मानव सदृश शरीर में आकार में विराजमान है।
lord rama death age
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 तथा सूक्त 96 मंत्र 17 से 20 में भी उस पूर्ण परमात्मा के धरती पर सहशरीर अवतरित होने का उल्लेख है।
पूर्ण परमेश्वर कबीर साहिब की पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें पूर्ण गुरु के क्षरण ग्रहण करनी होगी। पूर्ण गुरु ही हमें असली आदि राम की पूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है कबीर साहेब जी कहते हैं
राम कृष्ण से कौन बड़ा, तिन्हू भी गुरु कीन।
तीन लोक के वे धनी, गुरु आगे आधीन।।
पूर्ण संत की जानकारी गीता जी के अध्याय नंबर 15 के मंत्र नंबर 1 से 4 के अनुसार..!
वह पूर्ण संत संसार रूपी उल्टे लटके हुए पीपल के वृक्ष की संपूर्ण जानकारी सह वेद वित जड़ से तनों तक भगत समाज को प्रदान करेगा।
ऊर्ध मूलम्ं अध: शाखाम् अश्वथामम् अव्यवम्।
छंदासि यस्य पर्णामि यह तम वेद सहवेदविद् ।
यजुर्वेद अध्याय 19 के मंत्र 25
वह तत्वदर्शी संत सभी धर्मों के पवित्र सदग्रंथों के गूढ़ रहस्यों को भगत समाज के समक्ष प्रमाण सहित बताएगा।
अर्द्ध ऋचैः उक्थानाम् रूपम् पदैः आप्नोति निविदः।
प्रणवैःशस्त्राणाम् रूपम् पयसा सोमः आप्यते।
अर्थात जो संत महापुरूष वेदों के अधूरे वाक्यों और संकेतात्मक रहस्यों की जानकारी प्रमाण सहित करेगा और शास्त्रों के आधार से प्रमाण सहित ज्ञान भगत समाज तक प्रस्तुत करेगा, वही तत्वदर्शी संत होगा।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज वह पूर्ण संत है जो सभी भक्त समाज को शास्त्र अनुकूल, शास्त्र प्रमाणित साधना भक्ति देखकर सभी मानव समाज का कल्याण कर रहे हैं तथा जन्म-मृत्यु के धीरग रोग से मुक्त करवा कर पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति करवा रहे हैं अधिक जानकारी के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल रात्रि 7:30 pm
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